Wednesday, 14 September 2016

मध्य प्रदेश की प्रमुख नदियाँ

नर्मदा नदी
  • नर्मदा नदी मध्यप्रदेश की सबसे बड़ी नदी है तथा भारत की पांचवी बड़ी नदी है .
  • ‘नमामि देवि नर्मदे’ मेकलसुता महीयसी नर्मदा को रेवा नाम से भी जाना जाता है।
  • नर्मदा को मध्यप्रदेश की जीवन रेखा कहते है .
  • नर्मदा नदी का उद्गम मध्यप्रदेश के अनुपपुर जिला के अमरकंटक मैकाल पर्वत श्रेणी से हुआ है . 
  • यह पूर्व से पश्चिम की तरफ बहती है . 
  • नर्मदा नदी की कुल लम्बाई 1312 किमी है तथा मध्यप्रदेश में  1077 किमी है 
  • नर्मदा नदी डेल्टा नहीं बनाती यह एस्चुरी बनाती है . 
  • नर्मदा की 41 सहायक नदिया है जिसमे प्रमुख - तवा हिरन शक्कर  ,दुधि, कजन, शेर, मान , इत्यादि. 
  • यह तिन राज्यों में बहते हुए ( मध्यप्रदेश , महाराष्ट्र, गुजरात) अरब सागर में खंभात की खाड़ी में समाहित हो जाती है . 
  • नर्मदा नदी के अन्य नाम - रेवा , शंकरी, नामोदास , सोमोदेवी. 
  • नर्मद नदी द्वारा निर्मित जलप्रपात - कपिल धारा एवं दुग्ध धारा जलप्रपात ( अनुपपुर) , धुवाधार जलप्रपात ( भेडा घाट जबलपुर) , सहस्त्रधारा जलप्रपात ( महेश्वर खरगोन ) , दर्धी जलप्रपात , मान्धाता जलप्रपात.
  •  यह पश्चिमी भारत की सबसे बड़ी नदी है। इस नदी में राज्य का 19 प्रतिशत जल प्रवाहित होता है। नर्मदा को गरीबों की गंगा भी कहते हैं।
  •  नर्मदा नदी पर निर्मित बाँध - इंदिरा सरोवर ( खंडवा) , सरदार सरोवर ( नवेगाव, गुजरात) , महेश्वर परियोजना ( महेश्वर) , बरगी परियोजना ( बरगी जबलपुर) , मोकरेश्वर परियोजना . 
  • नर्मदा के तटीय शहर - अमरकंटक, जबलपुर, नरसिहपुर , होशंगाबाद, निमाड़, मंडला, ओम्कारेश्वर, महेश्वर, बडवानी, झाबुआ, धार, बडवाह, सांडिया इत्यादि.              
चम्बल नदी 
  • यह मध्यप्रदेश की दूसरी सबसे बड़ी नदी है . इसे चर्मावती भी कहते है . 
  • चम्बल नदी का उद्गम इंदौर की महू तहसील की जानापाव पहाड़ी से हुआ है . 
  • यह नदी उत्तर पूर्व की और बहते हुए उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में यमुना नदी में मिल जाती है . 
  • चम्बल नदी की कुल लम्बाई 965 किमी है 
  • यह महू के निकट से निकलकर धार, उज्जैन, रतलाम, मन्दसौर, शिवपुर, बूंदी, कोटा, धौलपुर होती हुई इटावा से 38 किलोमीटर दूर अपनी जीवन यात्रा पूरी करके यमुना में विसर्जित हो जाती है।
  •  चम्बल की सहायक नदिया - कालीसिंध, पारवती, बनारस, और पुनासा है . 
  • चम्बल नदी भिंड मुरेना के छेत्रों में खड्डों एवं बीहड़ों का निर्माण करती है . 
  • चम्बल नदी पर निर्मित बाँध - गन्दी सागर बाँध ( मंदसौर) , रना प्रताप सागर बांध ( चितौड़गढ़ राजस्थान ) , जवाहर सागर बांध ( कोटा राजस्थान ) 

  • इत यमुना उत नर्मदा, इत चम्बल उत टौंस,
    छत्रसाल से लरन की, रही न काहू हौंस।
 ताप्ति नदी 
  • ताप्ति नदी बैतूल जिले की मुलताई तहसील की सतपुड़ा पर्वत श्रेणी से निकलटी है . 
  • यह मध्यप्रदेश , महाराष्ट्र तथा गुजरात में कुल 724 किमी बहते हुए सूरत के निकट खम्भात की खाड़ी में मिलती है . 
  • इसकी सहायक नदिया पूर्णा, शिवा व बोरी है . 
  • ताप्ति नदी नर्मदा के सामानांतर पूर्व से पश्चिम में बहती है एवं डेल्टा न बनाकर एस्चुरा बनाती है . 
  • ताप्ति के समीप मुलताई , बुरहानपुर  शहर है . 
सोन नदी 
  • सोन नदी को स्वर्ण नदी भी कहा जाता है . 
  • सोन नदी का उद्गम अनुपपुर जिले के अमरकंटक से हुआ है . 
  • यह मध्यप्रदेश , उत्तरप्रदेश तथा बिहार में बहती हुई पटना के समीप दीनापुर में गंगा में मिल जाती है . 
  • सोन नदी की कुल लम्बाई 780 किमी है . 
  • इसकी सहायक नदी - जोहिला है . 
  • सोन नदी पर बाणसागर परियोजना निर्मित है जो शहडोल जिले के देव लोन पर स्थित है . 
बेतवा नदी 
  • इस नदी का पौराणिक नाम ब्रेतवती है. 
  • बेतवा नदी रायसेन जिले के कुमारगाँव की महादेव पर्वत श्रेणी से निकलती है . 
  • यह मध्यप्रदेश उत्तर प्रदेश में कुल 480 किमी बहते हुए उप्र के हमीरपुर में यमुना नदी से मिल जाती है . 
  • बेतवा नहीं की सहायक नदिया - बिना , केन , धसान, सिंध, देनवा , कलिभिती तथा मालिनी इत्यादि. 
  • विधिशा , साँची , ओरछा , गुना, इसके किनारे बसे है. 
  • बेतवा नदी पर राजघाट बांध तथा माताटीला बाँध बने हुए है जिसमे मप्र एवं उप्र की संयुक्त सिंचाई परियोजना है . 
  • इसकी सिंचाई से भांडेर, दतिया, भिंड तथा ग्वालियर को लाभ पहुँचता है . 
क्षिप्रा नदी
  •  यह नदी इंदौर के काकरी बारडी नामक पहाड़ी से निकलती है . 
  • यह उज्जैन , देवास जिलों में बहते हुए मंदसौर में चम्बल नदी में मिल जाती है. 
  • इस नदी की कुल लम्बाई 195 किमी है . 
  • इसे मालवा की गंगा भी कहते है . 
  • इस नदी के किनारे उज्जैन में प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर स्थित है . 
  • खान नदी इसकी सहायक नदी है . 
बैनगंगा नदी 
  • यहाँ नदी सिवनी के परसवाडा पठार से निकलती है . 
  • बैनगंगा नदी महाराष्ट्र में वर्धा नदी में मिल जाती है . 
  • कन्हन, पेंच, तथा बावनथडी इसकी सहायक नदिया है . 
  • बैनगंगा नदी के किनारे  बालाघाट शहर बसा है . 
तवा नदी 
  • तवा नदी का उद्गम panchmadi ( होशंगाबाद) के महादेव पर्वत से निकलती है . 
  • यह होशंगाबाद के निकट नर्मदा नदी में मिल जाती है . 
  • तवा की सहायक नदी मालिनी व देनवा है  .
  • इस नदी पर मध्यप्रदेश का सबसे बड़ा सड़क पुल है . 
बावनथडी नदी 
  • यह नदी  सिवनी जिला से  निकलती है तथा दक्षिण की ओर बहते हुए उत्तर पूर्व में बालाघाट जिला से होते हुए भंडारा जिले में प्रवेश करती है . 
  • मोहाड़ी में यह बैनगंगा में समाहित हो जाती है . 
  • इस नदी की कुल लम्बाई 46 किमी है . 
  • इस नदी पर राजीव सागर बाँध बना है जो बालाघाट जिले की कटंगी तहसील के अंतर्गत पंचायत कुडवा तथा महाराष्ट के भंडारा की तुमसर तहसील के अंतर्गत मप्र तथा महाराष्ट की सिंचाई परियोजना बनी है . 
  • ग्राम गोरेघाट भी राजीव सागर बांध के निकट है . 

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